15 August 2023 Celebration
ये वो धरती है जहाँ ऋषी मुनी जपते हैं सदैव प्रभु नाम की जपमाला।
ये वो देश है जहाॅ संत परंपराका होता है बोलबाला।
ये वो धरती है जहाॅ बहती है गंगाकी जलधारा।
ये वो देश है जिसे स्वतंत्र करनेके लिए जहाॅ अनेक युवा ओने अपने घरपर तुलसीपत्र रखकर “स्वतंत्रता” के लिए संसारका त्याग किया है।